वाह क्या जूदो करम है शहे कहा तेरा
वाह क्या जूदो करम है शहे कहा तेरा नहीं सुनता ही नहीं मांगने वाला तेरा धारे चलते हैं अता के वोह है क़तरा तेरा तारे खिलते हैं सखा के वोह है ज़र्रा तेरा फैज़ है या शहे तस्नीम निराला तेरा आप प्यासों के तजस्सुस में है दरिया तेरा अग्निया पलते हैं दर से वोह […]
वाह क्या जूदो करम है शहे कहा तेरा Read More »